Jab se Kanhiya ne mujhe apnaya hai lyrics जब से कन्हैया ने मुझे अपनाया है लिरिक्स भजन रेशमी शर्मा का नया भजन है। इस भजन के बोल नीचे लिखे हैं:
जब से कन्हैया ने लिरिक्स
कल तक जो जिंदगी में, मेरे ख्वाब थे अधूरे,
तेरी दया से बाबा, वो हो रहे हैं पूरे,
जब से कन्हैया ने, मुझे अपनाया है..
मेरे संग संग रहता, साँवरे का साया है..
कल तक जो जिंदगी में, मेरे ख्वाब थे अधूरे,
तेरी दया से बाबा, वो हो रहे हैं पूरे,
तूने जब से सर पे, हाथों को फिराया है..
जब से कन्हैया ने, मुझे अपनाया है..
जीने को जी रहे थे, पर बात कुछ नहीं थी,
तेरे बिना ओ माधव,औकात कुछ नहीं थी,
दुख में भी सुख का मुझे, स्वाद च्खाया है,
जब से कन्हैया ने, मुझे अपनाया है..
तेरे फैसले के आगे, तकदीर सर झुकाए,
करता है साँवरा जो, वो कर कोई न पाए..
काँटो के बगीचे में, फूलों को खिलाया है..
जब से कन्हैया ने, मुझे अपनाया है..
मेरे संग संग रहता, साँवरे का साया है..
जब से कन्हैया ने, मुझे अपनाया है..
Jab Se Kanhiya ne lyrics
kal tak jo jindagi me, mere khaab the adhoore,
teri dya se baba, wo ho rhe hain poore,
jab se Kanhiya ne, mujhe apnaya hai – 2
mere sang sang rehta, Sanwre ka saya hai – 2
Kal takk jo jindagi me, mere khaab the adhoore,
teri daya se baba, wo ho rhe hain poore,
tune jab se sir pe, haatho se firaya hai..
Jab se Kanhiya ne, mujhe apnaya hai..
jeene ko jee rhe the, par baat kuch nhi thi,
tere bina o Madhav, aukaat kuch nhi thi,
dukh me bhi sukh ka mujhe, swaad chakhaya hai,
jab se Kanhiya ne, mujhe apnaya hai..
tere faisle ke aage, taqdeer sir jhukaye,
karta hai Sanwra jo, koi bhi kar na paaye,
kaanto ke bagiche me, foolo ko khilaya hai..
Jab se Kanhiya ne, mujhe apnaya hai – 2
mere sang sang rehta, Sanwre ka saya hai,
jab se Kanhiya ne, mujhe apnaya hai..